मातृत्व सुख हर शादीशुदा स्त्री की सबसे बड़ी अभिलाषा और परम सुख होता है। पर आज के समय में अनियमित जीवनशैली, अनियमित खानपान, दूषित वातावरण और प्रेगनेंसी की सही जानकारी ना होने की वजह से गर्भधारण / प्रेग्नेंट (pregnant kaise hote hain ) होना विवाहित स्त्रीयों/महिलाओं के लिए बहुत बड़ी परेशानी और चुनौती बन चुकी है।
पर अगर समस्या है तो, इसका समाधान भी ज़रूर है। अत: आज इस लेख में प्रेग्नेंट कब और कैसे होता है ? (pregnancy in hindi) पीरियड के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है ? आदि सभी प्रश्नों और उलझनों का समाधान विस्तार से समझने की एक सफ़ल कोशिश करेंगे |
पर इसके लिए आप को ध्यान लगाकर लेख को पूरा पढ़ना होगा | तो, आईए विषय सूचि की निम्नलिखित बिन्दुओं से pregnant kaise hote hain को अच्छे से समझते है।
विषय सूचि :-
- प्रेग्नेंट कब और कैसे होता है (pregnant kaise hote hain)
- पीरियड के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है (period ke kitne din baad pregnancy hoti hai)
- प्रेग्नेंट कितने दिन में होते हैं (pregnancy in hindi)
- प्रेगनेंसी टाइम (pregnancy tips in hindi)
- गर्भ कब नहीं ठहरता है (pregnancy tips in hindi)
1. प्रेग्नेंट कब और कैसे होता है (pregnant kaise hote hain)
प्रेग्नेंट होना 3 मुख्य बातों पर निर्भर करता है।
- पहला स्त्री के अंडेदानी (ओवरी) में एग (Egg) का बनना|
- पुरुष के वीर्य (Sperm) में शुक्राणुओं की संख्या और शुक्राणुओं की गुणवत्ता |
- फैलोपियन ट्यूब का खुला होना |
स्त्री के अंडेदानी (ओवेरी) में एग (Egg) का बनना :-
सामन्यता औरत/लड़की के जीवन काल में 13 वर्ष से 45 वर्ष की उम्र तक हर महीने अंडेदानी(ओवरी) में एक अंडा (egg) बनता है। और पूरे जीवन काल में स्त्री की अंडेदानी(ओवेरी) में लगभग 400 बार अंडा बनता है। अगर ओवरी में अंडा समय से और पूरा बनता है तो गर्भधारण/ प्रेग्नेंट होना आसान होता है।
लेकिन अगर ओवरी में अंडा नहीं बन पा रहा यह पूर्ण विकसित अंडा नहीं बन पा रहा है तो प्रेगनेंसी/गर्भ नहीं ठहरता है।
पुरुष के वीर्य (Sperm) में स्वस्थ शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता होना :-
पुरुष के वीर्य के शुक्राणु (Sperm) और स्त्री के अंडे के मिलन से प्रेगनेंसी/गर्भ ठहरता है। लेकिन इसके लिए पुरुष के स्वस्थ शुक्राणुओं की संख्या कम से कम 40 milion/mililiter और गतिशीलता (motility) प्रति सेकंड कम से कम 25 माइक्रोमीटर होनी चाहिए |
लेकिन अगर स्वस्थ शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता कम है तो यह वजह भी प्रेग्नेंट होने में बाधा बनती है।
फैलोपियन ट्यूब का खुला होना :-
फैलोपियन ट्यूब प्रजनन तंत्र का नालिकओं रूपी अंग होता है जिसमें सेक्स करने के बाद अंडे और शुक्राणु का मिलन होता है। और इस प्रक्रिया को अंडे का फर्टिलाइज होना कहते है।
लेकिन अगर फैलोपियन ट्यूब की नलिका अवरुद्ध या सिकुड़ गई है तो शुक्राणु, अंडे तक नहीं पहुँच पाते है। फलस्वरूप अंडा फर्टिलाइज नहीं हो पाता है। इस वजह से भी प्रेगनेंसी/गर्भ नहीं ठहरता है।
पर आज के समय में इस समस्या को कैथराइजेशन शल्य रहित प्रक्रिया से बंद फैलोपियन ट्यूब को कुछ समय में आसानी से खोला जा सकता है।
अगर उपरोक्त तीनों बिंदु ठीक है तो ओवरी (ovary) पीरियड में पुरुष और स्त्री का सेक्स करना गर्भ धारण करने का सबसे अच्छा समय (pregnancy tips in hindi) होता है।
यह ओवरी पीरियड (ओव्यूलेशन दिन) महीने में 1 दिन का होता है जिसमें अंडेदानी में अंडे (Egg) का निर्माण होता है और इस अंडे के अधिकतम लाइफ 24 घंटे होती है। इस दौरान स्त्री और पुरुष सेक्स (इन्टरकोर्स) करते है तो पुरुष के शुक्राणु (sperm) योनी (वेजाइना) से होते हुए फैलोपियन ट्यूब के रास्ते ओवरी में अंडे से मिलन करते है। केवल एक सबसे अधिक स्वस्थ और गतिशील शुक्राणु ही अंडे में प्रवेश कर पाता है।
शुक्राणु अंडे में प्रवेश करते ही अंडे की बाहरी दीवार पर ठोस आवरण बना लेता है जिससे अन्य शुक्राणु अंडे में प्रवेश नहीं कर पाते | पर कभी-कभी एक साथ 2 या 3 शुक्राणु अंडे में, एक ही समय में प्रवेश कर जाते है जिससे जुड़वाँ या फिर तीन भूर्ण एक साथ विकसित हो जाते है। पर ऐसा लाखोँ में एक बार होता है। और इस सम्पूर्ण प्रक्रिया को फर्टिलाइजेशन कहते है।
जो कि प्रेगनेंसी की पहली सीढ़ी है। फर्टिलाइजेशन होने के बाद अंडा, अंडेदानी से निकल कर गर्भाशय से चिपक कर भूर्ण का निर्माण होता है जो की गर्भधारण/प्रेग्नेंट होना कहलाता है।
ये तो समझ आ गया की प्रेग्नेंट होने के लिए क्या-क्या ज़रूरी है पर यह ओवरी पीरियड क्या है ? और यह कब होता है ? यह सवाल आप को उलझन में डाल रहा होगा पर आप चिंता ना करे अगले पॉइंट में पीरियड के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है से ओवरी पीरियड (ओव्यूलेशन का दिन) का पता लगा कर प्रेग्नेंट कैसे किया जाता है का उत्तर प्राप्त करेंगे |
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2. पीरियड के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है (period ke kitne din baad pregnancy hoti hai)
मासिक पीरियड चक्र (Menstrual cycle) में ओव्यूलेशन दिन का प्रेग्नेंट (pregnant kaise hota hai) होने में बहुत बड़ा योगदान होता है। हर स्त्री का पीरियड चक्र सामान्यता 28 से 32 दिन का होता है। पर यह पीरियड चक्र का समय हर किसी स्त्री में 2 से 3 दिन कम या ज्यादा हो सकता है जो की गर्भधारण/प्रेग्नेंट होने का समय (ओव्यूलेशन दिन ) पता करने में भ्रमित (Confuse) करता है।
ओव्यूलेशन दिन पता करने के लिए हमें सिर्फ अपनी मासिक पीरियड चक्र में से 14 दिन कम करने पर जो दिन बचते है वही दिन ओव्यूलेशन का दिन होता है। ओव्यूलेशन का दिन हम ओव्यूलेशन किट से भी पता कर सकते है जो मेडिकल के दुकान में आसानी से मिल जाती है।
जैसे , हम यह मान कर चलते है कि मासिक पीरियड चक्र 30 दिन का है। और इस महीने की 1 तारीख को Period cycle शुरू हुई तो आपका ओव्यूलेशन का दिन 30-14 =16वाँ दिन होगा | और अगर मासिक चक्र 28 दिन का है तो ओव्यूलेशन का दिन 28 -14 = 14वाँ दिन होगा | पर यह समय शरीर के हार्मोन की वजह से 2 या 3 दिन पहले या बाद में भी हो सकता है अत: 30 दिन की मासिक चक्र में पीरियड के पहले दिन के बाद 13 वें दिन से 19 वें दिन तक गर्भधारण/प्रेग्नेंट होने की सबसे अधिक सम्भावना रहती है।
अंडे के लाइफ अधिकतम 24 घंटे होती है पर शुक्राणु ओवरी मे 5 से 7 दिन तक रह सकता है। अत: 11 वें दिन से 19 वें दिन तक एक दिन छोड़ कर गर्भधारण के लिए स्त्री और पुरुष को सेक्स करना चाहिए |
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3. प्रेग्नेंट कितने दिन में होते हैं (pregnancy in hindi)
अगर अंडा समय पर बनता है और सही समय पर उसका स्वस्थ शुक्राणु से मिलन होता है तो प्रेग्नेंट होने में 5 से 15 दिन का समय लगता है। इसमें दो तरह की कंडीशन है जो प्रेग्नेंट होने में 5 या 15 दिन को निर्धारित करती है।
(i). अगर स्त्री के ओवरी (अंडाशय) में अंडा (egg) बनने के 24 घंटे के भीतर सेक्स होता है तो पुरुष का शुक्राणु सिर्फ 3 से 5 मिनट में योनी से फैलोपियन ट्यूब से होते हुए अंडे के भीतर प्रवेश कर जाता है। इसके बाद अंडा 2 सेल स्टेज से लगभग 8 सेल स्टेज में परिवर्तित होता है और लगभग 5 से 6 दिन में जाकर अंडा गर्भाशय से चिपकर कर भूर्ण का निर्माण करता है। जो के प्रेग्नेंट होना कहलाता है।
(ii). जैसे की हमने लेख में पहले ही समझ लिया है कि शुक्राणु सेक्स करने के 5 से 7 दिन बाद तक फैलोपियन ट्यूब में जिन्दा रहते है और अगर सेक्स करने के 5 या 6 दिन बाद अंडा बनता है तो इस स्थिति में प्रेंग्नेट होने के लिए 15 दिन तक का समय लगेगा |
4. प्रेगनेंसी टाइम (pregnancy kab se count hota hai)
उपरोक्त जानकारी से हम समझ ही गए है कि ओव्यूलेशन का दिन ही सबसे अच्छा प्रेगनेंसी टाइम होता है। जिसे हम ओव्यूलेशन के दिन सेक्स करने के बाद अगली सुबह I-can Pregnancy News kit से स्त्री के पेशाब की बूंदों से प्रेगनेंसी का पता लगा सकते है।
साथ ही लड़की/स्त्री के शारीरिक हार्मोन 22 वर्ष से 28 वर्ष की उम्र बीच ही सबसे अधिक संतुलित रहते है जो की सबसे उत्तम और बढ़िया प्रेगनेंसी टाइम (pregnancy tips in hindi) होता है।
कभी-कभी कुछ असावधानियों और जानकारी के अभाव में गर्भ/प्रेगनेंसी नहीं ठहरता है जिन्हें करने से हमें बचना है तो आईए इन ज़रूरी बातों पर भी गौर कर लेते है।
5. गर्भ कब नहीं ठहरता है (pregnancy tips in hindi)
- अत्यधिक तनाव अंडे और शुक्राणु की कार्य- क्षमता को कम करते है जो गर्भ नहीं ठहरने की सबसे बड़ी वजह है।
- फैलोपियन ट्यूब की नलिका अवरुद्ध या सिकुड़ने से भी गर्भ नहीं ठहरता है।
- लिंग और अंडकोष को लगातार गर्म पानी से धोने से भी प्रेगनेंसी नहीं होती है।
- स्त्री और पुरुष का अत्यधिक धुम्रपान और शराब का सेवन करना भी सेक्स क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव डालते है।
- अत्यधिक गर्भ निरोधक दवाइयों के उपयोग से भी गर्भ नहीं ठहरता है।
- अधिक मोटापा और अनियमित खानपान प्रेगनेंसी या गर्भ ना ठहरने का सबसे बड़ा कारण है।
आशा करते है कि इस लेख में आपको गर्भवती होने के लिए पूरा गाइड (pregnant kaise hota hai) मिला होगा | ब्लॉग को ओर बेहतर बनाने के लिए आपके सवाल और सुझाव कमेंट बॉक्स में आमंत्रित है।
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Blog by :- Anil Ramola
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