भूलकर भी ना करे हार्ट अटैक के इन 4 लक्षणों को नज़र-अंदाज़ | heart attack symptoms in hindi|

हार्ट अटैक आज के समय की बहुत ही गंभीर और सबसे अधिक होने वाली समस्या है। आज से कुछ दशक पहले हार्ट अटैक की बिमारी सामान्यता उम्रदराज लोगों में देखने को मिलती थी | लेकिन वर्तमान समय में यह बिमारी युवा वर्ग में भी बहुत ज्यादा देखने को मिली है।

हार्ट अटैक की बिमारी (heart attack in hindi) युवा वर्ग में होने की प्रमुख वजह तनावपूर्ण और अनियमित जीवनशैली है। लेकिन थोड़ी सी सजगता से इस हार्ट की बिमारी को रोका जा सकता है। इस लेख में हम हार्ट अटैक की बिमारी की सभी पहलुओं पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे |

विषय सूचि :-

हार्ट अटैक की बिमारी क्या है? (Heart attack in hindi) :-

हार्ट हमारे पूरे शरीर में ब्लड की सप्लाई नसों (रक्त नलिकाओं) के द्वारा करता है। लेकिन जब इन नसों में ब्लॉकेज (अवरोध) हो जाता है तो हार्ट (ह्रदय) में रक्त का प्रवाह कम होना शुरू हो जाता है। जिसकी वजह से हार्ट की कोशिका नष्ट होना शुरू हो जाती है।

फलस्वरूप हार्ट में दर्द होना, सांस लेने में दिक्कत होना शुरू हो जाता है। और हार्ट में रक्त का प्रहाव बंद हो जाता है। इस समस्या को ही हार्ट अटैक की बिमारी कहते है।

हृदय रोग के लक्षण (Heart attack symptoms in hindi) :-

सामन्यतया हार्ट अटैक आने से पहले शरीर में बहुत से बदलाव होने शुरू हो जाते है। जिन्हें अकसर लोग सामान्य बदलाव समझकर नज़रंदाज़ कर देते है। जो कि बाद में हृदय रोग के कारण बनते है।

(i). अधिक तनाव की स्थिति में बाएँ कंधे और छाती में दर्द होता है। और यह दर्द पीछे पीठ और पसलियों में सरकता है। और कुछ समय बाद दर्द स्वयं खत्म हो जाता है। अगर यह स्थिति लागतार हो रही है तो यह हार्ट अटैक का सबसे पहला और सबसे ज्यादा दिखने वाला लक्षण है।

(ii). बिना कुछ परिश्रम किए बिना थकान महसूस होना और पसीना आना हार्ट अटैक के शुरूआती लक्षण है।

(iii). हमारा दिल (हार्ट) एक मिनट में 60 से 72 बार धड़कता है। अगर सामान्य परिस्थिति में धड़कन लगातार अनियमित हो रही है तो यह हार्ट अटैक के लक्षण (heart attack ke lakshan) है।

(iv). हाथ या एड़ी में अगर लगातार सुजन हो रही तो यह इस बात का संकेत है की हार्ट रक्त को पंप नहीं कर पा रहा है।

हार्ट की बीमारी कैसे होती है? (Heart attack kyon hota hai)

हार्ट अटैक होने के 5 प्रमुख कारण है।

(i). डायबिटीज :- शरीर में शुगर की ज्यादा मात्रा हार्ट की नसों को नष्ठ करती है। जो की रक्त के प्रहाव के ब्लॉकेज का कारण बनता है जिसकी वजह से हार्ट अटैक आता है।

(ii). हाई ब्लड प्रेशर :- हाई बीपी की वजह से हार्ट पर बहुत प्रेशर बढ़ता है। जो की हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण होता है।

(iii). धुम्रपान, तम्बाकू और शराब का अधिक सेवन :- अधिक धुम्रपान, तम्बाकू और शराब का सेवन करने से हार्ट और लीवर की कोशिकाओं पर बहुत बुरा असर पड़ता है। जो की बाद में हार्ट का कारण बनता है।

(iv). हाई कोलोस्ट्रोल और मोटापा :- अधिक तला हुआ और जंक फ़ूड खाने से शरीर में कोलोस्ट्रोल की मात्रा बढ़ जाती है जिसकी वजह से रक्त कोशिकाओं में अवरोध/जाम हो जाता है।

जिसकी वजह से हार्ट में ब्लड की सप्लाई रुक जाती है और हार्ट अटैक आने की सम्भावना बढ़ जाती है।

(v). जेनटिक फैक्टर :- कई बार हार्ट अटैक की बिमारी वंशानुगत होती है। अगर माता-पिता को को हार्ट अटैक की समस्या रही है तो बच्चों को भी हार्ट अटैक की समस्या होने सम्भावना होती है।

हार्ट ब्लॉकेज टेस्ट (Heart attack test in hindi)

हार्ट ब्लॉकेज के बारे में समय रहते पता चल जाए तो हृदय रोग के उपचार में बहुत आसानी होती है। प्रमुख हार्ट ब्लॉकेज निम्नलिखित है जिनसे आसानी से हार्ट ब्लॉकेज का स्तर मालूम होता है।

(i). लिपिड प्रोफाइल टेस्ट (Lipid profile test in hindi)

रक्त में कोलोस्ट्रोल की अधिक मात्रा ही ब्लॉकेज का प्रमुख कारण होता है और लिपिड प्रोफाइल टेस्ट से रक्त में उपस्थित विभिन्न प्रकार के फैट और कोलोस्ट्रोल की मात्रा आसानी से पता चलती है। जैसे:- Cholesterol, Triglycerides, H.D.L,V.L.D.L और L.D.L आदि |

इस हार्ट ब्लॉकेज टेस्ट में व्यक्ति का खाली पेट ब्लड का सैंपल लिया जाता है। और ब्लड  टेस्ट से विभिन्न फैट और कोलोस्ट्रोल की मात्रा पता की जाती है। जो की ब्लॉकेज का लेवल संकेत देता है। जिसे आप निम्नलिखित लिपिड प्रोफाइल टेस्ट रिपोर्ट से समझ सकते है।

हार्ट ब्लॉकेज टेस्ट

 

(ii). इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Ecg test in hindi)

Ecg टेस्ट हार्ट ब्लॉकेज और हार्ट के बिमारी पता करने में सबसे ज्यादा किया जाता है। ईसीजी टेस्ट से रक्त वाहिकाओ में ऑक्सिजन के कमी, नसों में ब्लॉकेज, टिशुज और हार्ट की असमान्य स्थिति और आकार का पता लगाया जाता है।

इस टेस्ट में 10 से 12 इलेक्ट्रोनिक एल्क्ट्रोड़ को व्यक्ति की छाती, हाथ और पैर के उँगलियों पर लगाकर धमनियों और हृदय से निकलने वाली तरंगों का परिक्षण कर पेपर पर ग्राफ के रूप में रिपोर्ट आती है। जिससे हार्ट ब्लॉकेज का पता चलता है।

Heart attack symptoms in hindi

यह एक दर्द रहित और शीघ्रता से होने वाला टेस्ट है। इस टेस्ट की फीस सामान्यता 100 से 200 रुपए होती है।

(iii). ट्रेड मिल टेस्ट (Tmt test in hindi)

यह भी एक प्रकार का Ecg टेस्ट है जिसमें दौड़ते समय शरीर की धमनियों और हृदय से निकलने वाली तरंगों का परिक्षण किया जाता है।

इस टेस्ट में व्यक्ति को ट्रेड मिल पर दौड़ाया जाता है और इलेक्ट्रोनिक एल्क्ट्रोड़ को व्यक्ति की छाती और हाथ की उँगलियों पर लगाया जाता है।

(iv). सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी (Ct angiography in hindi)

सीटी एंजियोग्राफी एक प्रकार की एक्स-रे इमेजिंग प्रक्रिया है। जिसमें कोरोनरी धमनियों में संकुचन व ब्लॉकेज के बारे में पता लगाने के लिए इंजेक्शन के द्वारा एक विशेष प्रकार के कंट्रास्ट डाई को हृदय और रक्त वाहिकाओं (कोरोनरी धमनियों) में प्रवेश कराया जाता है।

अब सीटी स्कैनर और कंप्यूटर के द्वारा ब्लॉकेज की छवियां (एक्सरे) निकाली जाती है।

सीटी एंजियोग्राफी रिपोर्ट , एक्स-रे चित्र द्वारा कोरोनरी धमनियों में रुकावट, रुकावट का प्रतिशत, रुकावट का स्थान, रुकावट की प्रकृति, कैल्शियम स्कोर आदि के बारे में बताता है।

सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी (Ct angiography in hindi)

(v). इकोकार्डियोग्राफी (Echocardiography in hindi)

इकोकार्डियोग्राफी हार्ट का अल्ट्रासाउण्ड होता है जिससे हार्ट की पम्पिंग पावर और सरंचना पता चलती है। हार्ट की पम्पिंग पावर से मतलब है कि हार्ट कितने प्रतिशत ब्लड का प्रहाव कर पता है। एक स्वस्थ व्यक्ति का हार्ट 55 से 65 प्रतिशत ब्लड का प्रहाव कर पाता है।

इस टेस्ट में डॉक्टर व्यक्ति के छाती पर जैल लगाकर एक प्रोब को छाती के ऊपर घुमा कर हार्ट के संकुचन और विस्तार (पम्पिंग पावर) का परिक्षण करता है। हार्ट का संकुचन और विस्तार सब एक कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देता है।

यह टेस्ट हार्ट अटैक ब्लॉकेज के बारे में जानकारी नहीँ देता है। हार्ट अटैक आए हुए व्यक्तियों के लिए यह टेस्ट बहुत उपयोगी है।

हृदय रोग का रामबाण इलाज (Heart attack se bachne ke upay)

हृदय रोग से बचाव ही इसका सबसे बड़ा उपचार है। क्योंकि हार्ट अटैक आने के बाद फिर से 100 % नार्मल जीवनशैली में जीवनयापन बहुत ही मुश्किल है अत: हार्ट अटैक आने से पहले ही अपनी जीवनशैली और दिनचर्या में सुधार करना ही हृदय रोग के उपचार है।

(i). भोजन में फैट और वसा का कम से कम उपयोग :-

अंडा, मांस, मछली, काजू, बादाम, वनस्पति आयल, घी और दूध आदि भोज्य पदार्थ में फैट और वसा तत्व की मात्रा बहुत अधिक होती है। और यह फैट और वसा तत्व ही हार्ट की रक्त वाहिकाओं (कोरोनरी धमनियों) में ब्लॉकेज का कारण होता है। अत: हृदय रोग से बचाव के लिए भोजन में फैट का कम से कम उपयोग करे |

(ii). नियमित रूप से योग करे :-

योग अभ्यास में किए जाने वाले प्राणायाम और आसन शरीर को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखते है।

नियमित रूप से योग का अभ्यास से कोरोनरी धमनियों के ब्लॉकेज खुल जाते है और शरीर में कोलेस्ट्रोल और फैट की मात्रा नियंत्रित रहती है।

योग आसनों और प्राणायामों के लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित ब्लॉग ज़रूर पढ़े |

योग के लाभ | 10 Wonderful Benefits of Yoga in Hindi

(iii). तनाव को कम करे :-

अधिक शारीरिक और मानसिक तनाव हार्ट की कार्यविधि को बुरी तरह से प्रभावती करता है। 50% हार्ट अटैक के केस अधिक तानव की वजह से होते है।

हमारे जीवन से तानव को पूरी तरह से समाप्त तो नहीँ किया जा सकता लेकिन कुछ उपायों से इसे काफी हद तक कम किया जा सकता है।

टेंशन दूर करने का मंत्र |

(iv). हार्ट अटैक के बारे में जागरूकता :-

हार्ट अटैक रोग़ से बचाव के लिए हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए सम्पूर्ण जानकरी हर व्यक्ति को होनी चाहिए | अगर हाई बीपी या शुगर (डायबिटीज) की समस्या है तो इसकी दवाई समय पर लेनी है। हाई बीपी या शुगर को कंट्रोल में रखना है।

(v). हार्ट ब्लॉकेज टेस्ट समय-समय पर करायें :-

सीटी एंजियोग्राफी हार्ट ब्लॉकेज टेस्ट (Ct angiography in hindi) 30 वर्ष की उम्र के बाद एक बार ज़रूर कराये |

यह हार्ट ब्लॉकेज टेस्ट रक्त वाहिकाओं (कोरोनरी धमनियों) में ब्लॉकेज के स्तर की सटीक जानकारी देता है जिससे हार्ट अटैक आने की सम्भावना को समय रहते दूर किया जा सकता है।

और अगर हाई बीपी और शुगर की समस्या है तो इनकी भी समय पर जांच करवाकर डॉक्टर के परामर्श से नियंत्रित करने का प्रयास करे |

(vi). धुम्रपान, तम्बाकू और शराब का सेवन नहीँ करे :-

धुम्रपान, तम्बाकू और शराब का सेवन रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज का प्रमुख कारण होता है। अत: इनका सेवन करने से बचे |

अत: हार्ट अटैक की बिमारी से बचने के लिए शुरुआत से ही जागरूक होना आवश्यक है। अगर आप किसी भी प्रकार की हार्ट की समस्या महसूस कर रहे तो तुरन्त एक अच्छे हार्ट के डॉक्टर के परामर्श पर हार्ट ब्लॉकेज टेस्ट (Heart attack test in hindi) ज़रूर करवाए | और हृदय रोग से बचाव करे |

लेख को ओर बेहतर बनाने के लिए आप के सुझाव कमेंट बॉक्स में आमंत्रित है।

यह भी ज़रूर पढ़े |

  1. पेशाब में शुगर के लक्षण |
  2. ब्लड प्रेशर को जड़ से खत्म करने का उपाय |
  3. थायराइड का रामबाण इलाज |

Blog By :- Anil Ramola

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *