बालासन(Balasan) योग एक बहुत ही महत्वपूर्ण आसन है जो की शरीर को शांत ओर और तनाव रहित करता है| जिससे शरीर फिर से ताजगी महसूस करता है| यह मांसपेशियों को शांत करता है, जिससे विशेष रूप से पीठ, गर्दन और कंधों के दर्द को कम करने में मदद मिलती है|
Child Pose(बालासन) योग की मुद्रा एक भ्रूण की स्थिति से मिलती जुलती है जो की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक संबल प्रदान करती है। इसलिए इसे शिशुआसन(Child Pose) भी कहते है| यह मुद्रा वास्तव में सकारात्मक भावनाओं को बढ़ावा देती है,ओर आपको अपने बचपन के दिनों में वापस ले जाती है और आपको बीमार भावनाओं और अहंकार से दूर कर देती है|
बालासन(Child Pose) करने की विधि (How To Do The Balasana Pose):-
- सर्वप्रथम आपको वज्रासन की मुद्रा मे साफ़,रोशनीयुक्त जगह पर बैठना है|
- अब लंबी ग़हरी सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर आसमान की तरफ उठाना है ध्यान रहे दोनों हाथों की हथेलियों को एक दुसरे से नहीं मिलाना है|
- जितना संभव हो उतना दोनों हाथों और कमर को पीछे की ओर ले जाना है|
- अब सांस छोड़ते हुए फिर से दोनों हाथों को आगे की ओर जमीन की तरफ़ नीचे लाना है| ओर अपने सिर(माथा) को जमीन पर स्पर्श कराना है| इस पोजीशन मे 30 second से 2 minute तक रहने की कोशिश करनी चाहिए|
- इस स्थिति मे आपके हिप्स (कुल्हे) पैरों से touch रहने चाहिए| ओर कमर और हाथों को सामर्थ्य अनुसार आगे की ओर तानने (stretch) की कोशिश करनी है| और फिर से सांस लेते हुए दुबारा रिपीट करना है|
- शुरुआत मे 3 से 5 setup Balasana(Shishu asan) के करने की कोशिश करनी है |
Precautions and Contraindication (बालासन करते समय सावधानियां):-
- बालासन हमेशा खाली पेट करना चाहिए|
- जिन लोगो को दस्त की समस्या या फिर घुटनों में दर्द आदि हो उन्हें इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए|
- High blood pressure, हार्ट और हर्निया के मरीजों को बालासन योग का अभ्यास नहीं करना चाहिए|
- यदि बालासन करते वक्त माथे को फर्श पर रखने में असुविधा महसूस हो रही है तो आप अपने सर के नीचे तकिया रख सकते है|
11 Health Benefits of Balasana (बालासन योग के लाभ):-
- बालासन योग से छाती, पीठ और कंधों में से तनाव ओर अकड़न पूरी तरह से दूर हो जाती है|
- बालासन से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है|ओर कमर ओर पेट की एक्स्ट्रा चर्बी को कम करता है|
- पाचन तंत्र को मजबूत करता है| कब्ज़ की समस्या को पूरी तरह दूर करता है|
- यह एड़ियों, कूल्हों और जांघों की flexibility increase(लचीला) करने में मदद करता है।
- बालासन से पूरे शरीर की आंतरिक ओर बाहरी अंगों की अच्छे से मालिश हो जाती है ओर शरीर के अंग सक्रीय,कोमल ओर लचीले हो जाते है|
- यह आसन तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।
- Balasana योग शरीर के निचले हिस्से और गर्दन में दर्द से राहत देता है।
- बालासन पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देता है।
- यह सांस लेने (Breating Pattern) के सही तरीके को प्रोत्साहित करता है
- यह आसन महिलाओ के लिए भी बहुत फायदेमंद है, इससे मासिक धर्म में होने वाले दर्द से निजात मिलती है|
- यदि आपको कार्य करते वक्त अत्यधिक थकान और आलस महसूस होता है तो इस आसन को करना आपके लिए बेहद ही फायदेमंद है|
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Blog Writer:- Anil Ramola
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