योग हमारे शरीर में संतुलन बनाये रखने के लिए बहुत ही कारगर है। योग मे धनुरासन (Dhanurasana), जिसे धनुष मुद्रा के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐसा योग व्यायाम है जिससे तनाव, चिंता और शारीरक दर्द से तुरन्त राहत मिलती है|
इस लेख मे हमने धनुरासन(Dhanurasana) योग को करने की विधि,लाभ,सावधानी और ज़रूरी बातों का उल्लेख किया है|
- धनुरासन करने के लाभ- Dhanurasana karne ke fayde
- धनुरासन से पहले किये जाने वाले आसन- Dhanurasana say pahle kiye janay walay asana
- धनुरासन करने का तरीका- Dhanurasana karne ka tarika
- धनुरासन करने मे सावधानियां और अंतर्विरोध- Dhanurasana karne mai saavdhaniya aur bachaav
- धनुरासन के बाद किये जाने वाले आसन – Dhanurasana karne kay baad kiye janay walay asana
धनुरासन करने के फ़ायदे – Dhanurasana Benefits
- पैर और हाथ की मांसपेशियों को टोन करता है।
- धनुरासन रीढ़ की हड्डी का आकार सही करता है।
- मोटापे, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जैसी गंभीर समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
- मासिक धर्म की परेशानी और कब्ज से राहत दिलाता है।
- अस्थमा और श्वसन संबंधी बीमारियों का इलाज करें |
- टखने, छाती, कमर और जांघों और पेट के सभी अंगों को मजबूत बनाता है।
- हृदय, अग्न्याशय, छोटी आंत और बड़ी आंत के कार्य में सुधार |
- पीठ और रीढ़ को मजबूत और लचीला करता है।
- Dhanurasana डायबिटीज, अस्थमा और शुगर रोगों को दूर करता है।
- रक्त परिसंचरण में सुधार करता है।
धनुरासन से पहले किये जाने वाले आसन – Dhanurasana Say Pahlay Kiye Janay Walay Asana
धनुरासन को करने से पहले अगर आप ये आसन करते है तो आप Dhanurasana (Bow Pose) योग को बहुत ही आसानी से कर पायेंगे| इन आसनों की अधिक जानकारी के लिए इन लिंक पर क्लिक करना ना भूलें|
- भुजंगासन (Bhujangasana)
- पवनमुक्तासन (Pawanmukthasana)
धनुरासन करने का तरीका- How To Do Dhanurasana in Hindi
- सर्वप्रथम साफ़ जगह पर योगा मेट या दरी लगाकर पेट के बल जमीन पर आराम से सीधे लेट जाए |
- ठोड़ी जमीन पर स्पर्श करे और नज़र सामने की ओर होनी चाहिए |
- दोनों हाथ शरीर की जांघो से सटे होने चाहिए |
- अपने दोनों घुटनों को मोड़े, अपने हाथों को पीछे ले जाएं और अपनी टखनों को पकड़ें।
- साँस लेते हुए, अपनी छाती को ज़मीन से उठाएँ और अपने पैरों को ऊपर की ओर खींचें।
- चेहरे पर एक कोमल मुस्कराहठ का भाव रखे और सीधे आगे देखें |
- अपनी सांस पर ध्यान देते हुए मुद्रा को स्थिर रखें। ओर जितना हो सके शरीर को धनुष के रूप में घुमावदार और तना हुआ कसे |
- जितनी देर संभव हो सके (10 से 20 सेकंड) उतनी देर इस मुद्रा मे बने रहे |
- अब धीरे-धीरे साँस छोड़ते हुए, धीरे से अपने पैरों, ठोड़ी और छाती को जमीन पर लाएं। एड़ियों को छोड़ें और आराम करें।
- इस प्रकार आपका धनुरासन का एक सेट पूरा होता है| 3 से 5 सेट करने की कोशिश करे|
धनुरासन करने मे सावधानियां और अंतर्विरोध – Precautions And Contraindications:-
Dhanurasana पेट के बल लेट कर किया जाने वाला आसन है इसलिए गर्भवती महिलाओं को धनुरासन नहीं करना चाहिए| जो लोगों पीठ दर्द, हर्निया, उच्च रक्तचाप, पेट की सर्जरी और माइग्रेन जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं, उन्हें भी धनुरासन योग हमेशा एक प्रशिक्षित योगा टीचर की देखरेख मे डॉक्टर की अनुमति के बाद ही अभ्यास करना चाहिए।
धनुरासन के बाद किये जाने वाले आसन – Dhanurasana Karne Ke Baad Kiye Janay Walay Asana
- पश्चिमोत्तानासन (Paschimottanasana)
- बालासन (Balasana)
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Blog Writer:- Anil Ramola
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