भुजंगासन के लाभ | 15 Wonderful Benefits of Bhujangasana

Yoga For Back Pain (कमर दर्द से तुरन्त आराम सिर्फ भुजंगासन योग से):-

हमारी दैनिक-दिनचर्या मे कमरदर्द एक सामान्य समस्या हैं। परन्तु हम इसे बहुत ही हल्के मे लेते है जो की बाद मे बहुत बड़ी समस्या बन जाती हैं। आपने हमारे बड़े-बुजुर्गो को अक्सर पीठ और कमर मे दर्द की शिकायत कहते हुए सुना होगा | जो की उनके उठने-बैठने मे बहुत समस्या करता हैं।

इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए हमें एक एसे योग व्यायाम की आवश्यकता है जो हमारी रीढ़ की हड्डी और गर्दन के निचले भाग को लचीला और मजबुत बनायें| भुजंगासन योग(Bhujangasana) आप की इन सभी समस्यों को पूरी तरह से दूर कर सकता हैं।

Bhujangasan(भुजंगासन) का अर्थ होता है सर्प (Snake) की तरह आकृति | इसे सर्पासन (Cobra Pose) भी कहते हैं। सर्प का शरीर बहुत लचीला होता हैं। अगर हम इस योग आसन का निरंतर अभ्यास करते है तो हम भी अपने शरीर ओर कमर को बहुत लचीला ओर मजबूत बना सकते हैं। तो आईए भुजंगासन को करने की विधि और Bhujangasana benefits(फायदों) की विस्तृत चर्चा करते हैं।

How To Do Bhujangasan (भुजंगासन करने की विधि) –

  • यह पेट के बल लेट कर किया जाने वाला आसन हैं। इसे करने से पहले थोड़ा सूक्ष्म योग exercise कर लेनी चाहिए जिससे शरीर flexible हो जाए|
  • अब एक साफ़ जगह पर योगा मेट या दरी बिछा ले | ओर पेट के बल बिल्कुल सीधे लेट जाए | पीछे पैरों को बिल्कुल Straight(सीधा) कर ले | ओर दोनों पैर एक-दुसरे से मिले हुए होने चाहिए|
  • दोनों हाथों को आगे कंधो से चिपकाते हुए, दोनों हाथों की हथेलियों को जमीन पर स्पर्श (Touch) करेंगे | ओर दोनों कोहनिया (Elbows) सीधे आकाश की और मुड़ी होनी चाहिए।
  • ठोड़ी को जमीन पर touch (स्पर्श) करेंगे ओर सामने की ओर देखेंगे|
  • अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए दोनों हाथों के बल गर्दन ओर छाती(Chest) को ऊपर की तरफ़ उठायेंगे | ध्यान रहे पेट की नाभि जमीन पर ही touch (स्पर्श) रहनी चाहिए | इस तरह आप की रीढ़ की हड्डी पूरी तरह से पीछे की तरफ मुड़ जाएगी | ओर पूरा शरीर एक सांप के फन की आकृति मे आ जाएगा |
  • इस पोजीशन मे 15 से 30 Second सांस को रोकते हुए रहना है |
  • फिर सांस छोड़ते हुए फिर से हाथों के सहारे नीचे की तरफ़ आना है| ओर ठोड़ी (Chin) को जमीन पर आराम से touch कराना है |इस प्रकार एक चक्र पूर्ण होता है | शुरुआत मे 3 से 5 बार करने का प्रयास करे | फिर धीरे-धीरे अभ्यास से setup बढ़ा सकते है|

 

Benefits of Bhujangasana (भुजंगासन योग से लाभ) –

  • रीढ़ की हड्डी को लचीला ओर मजबूत बनाता है|
  • कमर और गर्दन दर्द की समस्या को दूर करता हैं।
  • कंधो ,छाती और पेट की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता हैं।
  • थाइरोइड को कंट्रोल करता हैं।
  • भुजंगासन शरीर से तनाव ओर थकान को दूर करता हैं।
  • ब्लड प्रेशर ओर हार्ट की समस्या को दूर करता हैं।
  • पाचन क्रिया को बहुत अच्छा करता हैं।
  • भुजंगासन अस्थमा के मरीजो के लिए रामबाण इलाज़ हैं।
  • आखोँ की रोशनी को तेज़ करता हैं।
  • शरीर का वज़न (Weight loss) बहुत जल्दी कम होता हैं।
  • भुजंगआसन से श्वसन क्रिया (breathing pattern) बेहतर हो जाती हैं।
  • फफेड़ो और Heart की कार्यकुशलता बढ़ती हैं।
  • हिप्स (कुल्हे) की शेप सही आकार मे लाता हैं।
  • कमर से एक्स्ट्रा चर्बी (Fat) कम करता हैं।
  • पुरूषों और महिलाओं की सेक्सुअल समस्यों को दूर करता हैं।

Precaution/Contraindications While Doing Bhujangasana (भुजंगासन में सावधानी ) –

  • भुजंगासन करते समय दोनों कंधो को पीछे की तरफ़ फैलाने की कोशिश करनी है ओर छाती (chest) को पूरा आगे की तरफ फैलाने (expand) की कोशिश करनी है|
  • Bhujangasana करते समय दोनोँ हाथों का नाम मात्र का सहारा लेना है| ओर शरीर का संतुलन बना कर रखना है|
  • गर्दन को धीरे-धीरे ऊपर उठाना है ओर कमर की तरफ़ पीछे की ओर सामर्थ्य अनुसार ले जाना है| जबरदस्ती नहीं करनी है|
  • हर्निया और अल्सर से पीड़ित लोगों को भुजंगासन (Cobra Pose) नहीं करना चाहिए|
  • गर्भवती महिलाओं को Bhujangasana नहीं करना चाहिए | ओर मासिक चक्र (Period) के समय भी भुजंगासन नहीं करना चाहिए|

इस प्रकार अगर हम Bhujangasana(कोबरा pose) का नियमित अभ्यास करते है तो Bhujangasana benefits से हम अपने जीवन को बहुत ही स्वास्थ्य-वर्धक बना सकते हैं।

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Blog Writer:- Anil Ramola

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