थायराइड रोग़ मे सबसे बड़ी समस्या यह होती है की थायराइड डाइट मे क्या खाएं और क्या ना खाएं ? पर इसे समझने के लिए पहले यह समझना ज़रूरी है की थायराइड रोग़ का प्रकार हाइपरथायराइडिज्म है या हाइपोथायराइडिज्म |
क्योंकि हाइपरथायराइडिज्म मे थायराइड हार्मोन(T3 ,T4) का स्त्राव अधिक और हाइपोथायराइडिज्म मे कम होता है।
अत: हमे हाइपरथायराइडिज्म मे थायराइड डाइट मे ऐसे भोज्य प्रदार्थ का चयन करना होता है जो थायराइड हार्मोन के प्रभाव को कम करे या इसका बनना कम करे | जबकि हाइपोथायराइडिज्म मे ऐसे भोज्य प्रदार्थ का चयन करना होता है जो थायराइड हार्मोन के प्रभाव को बढ़ाये या इसका बनना ज्यादा करे |
हाइपरथायराइडिज्म मे क्या खाएं (Thyroid diet in hindi):-
- क्रुसिफेरस वेजीज:- ब्रोकोली ,पत्तागोभी और फूलगोभी सब्जियों मे Goitrogens तत्व पाया जाता है। जो की थायराइड हार्मोन के प्रभाव को कम करता और इसके स्त्राव दर को कम करता है। ब्रोकली ,पत्तागोभी ,फूलगोभी आदि को हल्का उबाल कर खाएं|
- पत्तेदार सब्जियां:- पालक, सरसों का साग, मूली, गाजर आदि मे आयरन की प्रचुर मात्रा होती है जो की आयोडीन के प्रभाव को कम करके थाइरोइड को संतुलित रखता है।
- सेलेनियम युक्त भोजन :- सेलेनियम एक सूक्ष्म पोषक तत्व है जो शरीर को थायरॉयड हार्मोन के चयापचय(मेटाब्लोज़िम) के लिए आवश्यक है। सेलेनियम ऑटोइम्यून थायरॉयड रोग के लक्षणों को सुधारने में मदद कर सकता है। ब्राजील नट्स, अंडे , टूना मछली, झींगा, सूरजमुखी के बीज ,मशरूम , दलिया आदि भोज्य प्रदार्थ सेलेनियम के अच्छे श्रोत है।
- कैल्शियम और विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ :- दूध ,पनीर, दही, आइसक्रीम, संतरे का रस टोफू और दृढ़ सोया दूध आदि हाइपरथायराइडिज्म को कंट्रोल मे रखने की उत्तम डाइट (thyroid diet in hindi) है।
- जिंक युक्त खाद्य पदार्थ : – मीट, कद्दू के बीज, सोयाबीन , अनार , अंकुरित अनाज मे जिंक तत्व प्रचुर मात्रा मे होता है जो की थायराइड ग्रंथी को स्वस्थ रखते है।
- पतंजलि आयुर्वेदिक चूर्ण (baba ramdev thyroid diet in hindi):- पतंजलि त्रिकुट चूर्ण और प्रवाल पिष्टी चूर्ण को शहद के साथ नियमित रूप से लेने से हाइपरथायराइडिज्म की समस्या से जल्दी निज़ात मिलती है।
- हल्दी थायराइड रोग की आवृत्ति को कम करती है।
उरोक्त सभी भोज्य प्रदार्थ (thyroid diet in hindi) हाइपरथायराइडिज्म रोग़ को दूर करने मे सहायक है।
हाइपोथायरायडिज्म के लिए भोजन (Thyroid diet in hindi):-
- अनाज :- जई, गेहूँ का आटा, ब्राउन राइस, amaranth(चौलाई ),Quiona(कीनुआ), कूटू का आटा आदि थायराइड ग्रंथि की सक्रियता को बढ़ाने मे बहुत ही सहायक है क्योंकि इन प्रोटीन से भरपूर अनाजों में एमिनो-एसिड (amino acid) होता है।
- आयोडीन युक्त आहार :- आयोडीन, थायराइड ग्रंथि की कार्यकुशलता की लिए बहुत ही आवशयक तत्व है। समुद्री नमक मे आयोडीन की मात्रा प्रचुर होती है सो इसका उपयोग खाने मे निरंतर और संतुलित मात्रा मे करना चाहिए |
- दूध ,दही ,ऑर्गनिक स्ट्राबेरी ,आलू और पनीर आदि थायराइड डाइट (Thyroid diet in hindi) को अपनी डेली डाइट मे ज़रूर शामिल करे |
- पतंजलि एलोवेरा ज्यूस (baba ramdev thyroid diet in hindi): – हाइपोथायराइडिज्म को कंट्रोल करने मे पतंजलि घृतकुमारी स्वरस (Patanjali Aloe Vera Juice with Fiber) बहुत ही लाभकारी है।
- प्रोटीन डाइट :- शरीर और सभी ग्रंथियों के लिए Gluten प्रोटीन तत्व ज़रूरी है अत: low fat मीट और चिकन को थायराइड डाइट मे ज़रूर ले |
दोस्तों इस लेख मे थायराइड डाइट (thyroid diet in hindi) का विस्तार से वर्णन किया गया है पर हर थायराइड रोगी की शारीरिक संरचना और रोग़ का असर अलग-अलग होता है अत: डॉक्टर के परामर्श के बाद ही अपना थायराइड डाइट चार्ट सेट करे |
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ब्लॉग लेखक :- अनिल रमोला